40 किलो यूरिया मिलाकर तैयार किया था 20750 लीटर दूध

इतना यूरिया था कि टैंकर बन गया गैस चैम्बर, आदमपुर खंती में कराया नष्ट


क्राइम ब्रांच ने 14 दिसंबर को जब्त कर खड़ा किया था


सेहत के लिए हम जिस दूध को अपने बच्चों, बुजुर्गों और खुद पीने वाले थे उस दूध में यूरिया की इतनी मिलावट की गई थी कि इससे बनी गैस से टैंकर के बंद ढक्कन से बाहर जमा दूध रिसने लगा। टैंकर गैस का चैम्बर बन गया था, आस-पास बदबू और दुर्गंध भी फैल रही थी। इसे हटाने के लिए क्राइम ब्रांच और खाद्य सुरक्षा विभाग ने नगर निगम को छह पत्र भी लिखे। लेकिन जब टैंकर से खुद ही जमा हुआ बूदबूदार दूध रिसने लगा तब अमला हरकत में आया। दूध में बैक्टीरिया बनने के कारण ये और ज्यादा घातक हो गया था। इसे आदमपुर खंती में गड्ढा कर नष्ट किया गया। ये टैंकर क्राइम बांच ने 14 दिसंबर को पकड़ कर खड़ा किया था। अगर मिलावटी दूध का ये टकर क्राइम ब्रांच की पकड़ में नहीं आता तो यूरिया मिला ये दूध सप्लाई भी किया जाता। टैंकर में 20750 लीटर दध था जिसे 40 किलो यूरिया मिलाकर तैयार किया गया था।


रिपोर्ट में बड़ी मात्रा में यूरिया की पुष्टि


पकडे गए टैंकर में यूरिया मिलावट की पष्टि पहले ही हो चकी है। जब्ती के दौरान 40 किलो यरिया की मिलावट से तैयार किया गया 20750 हजार लीटर दूध टैंकर में था। ये दूध किडनी, लिवर और अन्य तरह की बीमारीकारक भी है। डॉक्टरों के अनुसार भी इस तरह का मिलावटी दध स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इससे पेट में संक्रमण के साथ अन्य समस्याएं हो सकती हैं।


जम चुका था मिलावटी दूध


यूरिया की मिलावट से दूध काफी बुरी तरह जम गया था। खाद्य सुरक्षा अधिकारी बीएस धाकड़ ने बताया कि यूरिया की मिलावट से दूध में गैस बन गई और इतने दिन खड़े रहने के बाद उसका दबाव इतना बढ़ गया कि वो ढक्कन से रिसने लगा। ये दूध स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है।


नगर निगम की टीम बुलाकर तुड़वाई सील


टैंकर से रिस रहे दूध की जानकारी मिलने के बाद जब अमला मौके पर पहुंचातोउसकी स्थितिदेखकर किसी की भी उसे खोलने की हिम्मत नहीं हुई। खाद्य सुरक्षा अधिकारी धर्मेंद्र नुनईया ने नगर निगम अधिकारियों को फोन कर अमला बुलाया। क्राइम ब्रांच से चाबी मिली और उसके बाद टैंकर की बैटरी बदलकर उसे आदमपुर साइट पर ले जाकर खाली कर दिया। फैलाने के दौरान भी काफी बदबू फैल गई थी।


सौजन्य पत्रिका भोपाल